Saturday, July 21, 2018

बहुत रोता है, दिल!!

बहुत रोता है, दिल!!

जब अपने इश्क़ की यादों,
की हुस्न पर, तारीख़ जब पड़ी,
तबादला हुआ, ज़माने बदले,
लेकिन इमारतें, उदास ईंटो का ही रहा,

बहुत रोता है, दिल!!

जब अपनी उदास इश्क़ की,
यादों की क़िताब खोलता हूँ,
पन्नें पलटता हूँ, शब्द रोते है,
जब दिल दर्द सी गरजती है,
दिल रोता है, आँखें बरसती हैं,

बहुत रोता है दिल!!

आँशु ग़म की पुतलियों से झांकते है,
ग़म की स्याहियों से बने शब्द,
चुप बैठे वर्षो से पन्नों पर,
अपने आशुओ से भीगाती,
रोती, चीख़ती, यादों को सहेज़ती

बहुत रोता है, दिल!!

जब अपनी उदास इश्क़ की,
यादों की क़िताब खोलता हूँ,
पन्नें पलटता हूँ, शब्द रोते है,


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